भारत के पहले शल्‍य चिकित्‍सक एवं रेल अधिकारी जिन्‍होंने आयरन मैन कोपेनहेगन, डेनमार्क-2022 में भारत का प्रतिनिधित्‍व कर इसे सफलतापूर्वक पूरा किया

भारत के पहले शल्‍य चिकित्‍सक एवं रेल अधिकारी जिन्‍होंने आयरन मैन कोपेनहेगन, डेनमार्क-2022 में भारत का प्रतिनिधित्‍व कर इसे सफलतापूर्वक पूरा किया

भारत के पहले शल्‍य चिकित्‍सक एवं रेल अधिकारी जिन्‍होंने आयरन मैन कोपेनहेगन

भारत के पहले शल्‍य चिकित्‍सक एवं रेल अधिकारी जिन्‍होंने आयरन मैन कोपेनहेगन, डेनमार्क-2022 में भारत क

आयरनमैन कोपेनहेगन डेनमार्क-डॉ0 विश्‍वनाथ तिवारी, 
वरिष्‍ठ मंडल चिकित्‍सा अधिकारी, उत्‍तर रेलवे केन्‍द्रीय अस्‍पताल, 

भारत के पहले शल्‍य चिकित्‍सक एवं  रेल अधिकारी 
 जिन्‍होंने  आयरन मैन कोपेनहेगन, डेनमार्क-2022 में भारत का प्रतिनिधित्‍व कर  
 इसे सफलतापूर्वक पूरा किया

         आयरनमैन कोपेनहेगन, डेनमार्क-2022 में भारत का प्रतिनिधित्‍व करने वाले डॉ0 विश्‍वनाथ तिवारी, वरिष्‍ठ मंडल चिकित्‍सा अधिकारी, उत्‍तर रेलवे, केन्‍द्रीय अस्‍पताल नई दिल्‍ली, रेलवे के पहले अधिकारी एवं भारत के पहले शल्‍य चिकित्‍सक हैं  जिन्‍होंने इसे सफलतापूर्वक पूरा किया है । डॉ0 तिवारी ने फुल आयरनमैन की दूरी (3.8 किलोमीटर तैराकी +180 किलोमीटर साइकिलिंग +42 किलोमीटर दौड़) 13 घंटे, 6 मिनट और 23 सेकण्‍ड में पूरा करके अपने प्रथम आयरनमैन रिकॉर्ड से 3 घंटे से कम में पूरी की । वर्ष 2019 में दिल्‍ली इंटरनेशनल ट्रेथलॉन फुल आयरनमैन की दूरी इन्‍होंने 16 घंटे और 26 सेकेण्‍ड में पूरी की थी  जोकि इनका पहला आयरमैन रिकॉर्ड था ।
    आयरनमैन कोपेनहेगन अपनी प्रकृति में विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण है, इसे 15 घंटे 45 मिनट में पूरा करना होता है जिसमें 3.8 किलोमीटर तैराकी, 180 किलोमीटर साईकिलिंग और शेष 42.2 किलोमीटर की दौड शामिल होती है ।
    डॉ0 विश्‍वनाथ तिवारी ने इस चुनौती को पूरा करने में 13 घंटे, 6 मिनट और 23 मिनट का समय लिया।  फिनिश लाइन पर पहुँचने पर विश्‍वनाथ तिवारी ने गर्व से भारतीय झंडा बुलंद किया । भारतीय रेल  को डॉ0 तिवारी पर गर्व है ।